सखी मेरा सवारियां सरकार भगत के कष्ट मिटाता है।कष्ट मिटाता है श्याम दुःख दर्द मिटाता है।सखी मेरा खाटू वाला श्याम,भगत के कष्ट मिटाता है।
लगी कचहरी खाटू माही सबकी सूने पुकार।भेदभाव ना करता कोई करे सभी से प्यार।सांचा सांचा करे फैसला कहता सब संसार।श्याम की महिमा अपरंपार,भगत के कष्ट मिटाते है।
सखी मेरा सवारियां सरकार भगत के कष्ट मिटाता है।कष्ट मिटाता है श्याम दुःख दर्द मिटाता है।सखी मेरा खाटू वाला श्याम,भगत के कष्ट मिटाता है।
अहिलावती का राज दुलारा लीले का असवार। श्याम बहादुर आलू सिंह ने किया श्याम से प्यार।ऊंचे सिंहासन बैठा मेरा बाबा लखदातार।जो जपता दिल से इनका नाम,उसी का लाड लड़ाता है।
सखी मेरा सवारियां सरकार भगत के कष्ट मिटाता है।कष्ट मिटाता है श्याम दुःख दर्द मिटाता है।सखी मेरा खाटू वाला श्याम,भगत के कष्ट मिटाता है।
भाव बिना नहीं मिलता किसीको लाख करो मनुहार।नाम अमर कर दिया श्याम ने जाने सब संसार।किशन भाव से फूल चढ़ाए श्याम करे स्वीकार।सुरभि के भजनों पे बाबा हमेशा लुटाते रहना प्यार।
सखी मेरा सवारियां सरकार भगत के कष्ट मिटाता है।कष्ट मिटाता है श्याम दुःख दर्द मिटाता है।सखी मेरा खाटू वाला श्याम,भगत के कष्ट मिटाता है।