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विविध भजन

Do din ka jag me mela sab chalachali ka khela,दो दिन का जग में मेला सब चला चली का खेला,

दो दिन का जग में मेला सब चला चली का खेला,

दोहा,,,चलती चक्की देख कर दिया कबीरा रोये,
दो पाटन के बीच में साबुत बचा ना कोए,


दो दिन का जग में मेला सब चला चली का खेला,
दो दिन का जग में मेला चला चली का खेला….



कोई चला गया कोई जावे कोई गठड़ी बांध सिधावेजी,
कोई चला गया कोई जावे कोई गठड़ी बांध सिधावेजी,
कोई खड़ा तैयार अकेला रे,
कोई खड़ा तैयार अकेला,
चला चली का खेला खेला रे,
दो दिन का जग में मेला सब चला चली का खेला,
दो दिन का जग में मेला सब चला चली का खेला….



मात-पिता सूत नारी भाई अंत सहायक नाही,
मात-पिता सूत नारी भाई अंत सहायक नाही,
फिर क्यो भरता पाप का ठेला रे,
फिर क्यो भरता पाप का ठेला,
चला चली का खेला रे खेला रे खेला रे,
दो दिन का जग में मेला सब चला चली का खेला,
दो दिन का जग में मेला सब चला चली का खेला….



ये तो है नश्वर संसारा भजन को करले ईश का प्यारा,
ये तो है नश्वर संसारा भजन को करले ईश का प्यारा,
ब्रह्मानंद कहे सुन चेला रे,
ब्रह्मानंद कहे सुन चेला,
चला चली का खेला रे खेला रे खेला रे,
दो दिन का जग मे मेला सब,
चला चली का खेला,
दो दिन का जग मे मेला सब,
चला चली का खेला,


दो दिन का जग मे मेला सब,
चला चली का खेला,
दो दिन का जग मे मेला सब,
चला चली का खेला,
दो दिन का जग मे मेला सब,
चला चली का खेला……

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