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निर्गुण भजन nirgun Bhajan

Bahan tane ho gaya bahut guman gayi ri fas ghar ke dhande me,हे री तूं तो भूल गई भगवान गई री फंस घर के धंधे में,

हे री तूं तो भूल गई भगवान गई री फंस घर के धंधे में

हे री तूं तो भूल गई भगवान गई री फंस घर के धंधे में।गई री फंस घर के धंधे में।गई री फंस घर के धंधे में।हे री तूं तो भूल गई भगवान गई री फंस घर के धंधे में।

ताला चाबी अलमारी की। नहीं सुनी तुमने घर बारी की। हे री तने हो गया बहुत गुमान,गई री फंस घर के धंधे में।हे री तूं तो भूल गई भगवान गई री फंस घर के धंधे में।

बेटा व्याया आई रे बहुरिया। घर में खड़ा हो गया गोरिया। अरे रे तने अब आवेगा ध्यान, गई री फंस घर के धंधे में।हे री तूं तो भूल गई भगवान गई री फंस घर के धंधे में।

कुटुंब कबीला सारा तेरा। 1 दिन लग जागा तने बेरा। अरे री तेरे छूट जा महल मकान, गई री फंस घर के धंधे में।हे री तूं तो भूल गई भगवान गई री फंस घर के धंधे में।

टूटी खाट पर चादर फटी। छाछ देव तने पीवन खाटी। अरे रि तु तो फिर भेजेगी राम,गई री फंस घर के धंधे में।हे री तूं तो भूल गई भगवान गई री फंस घर के धंधे में।

हे री तूं तो भूल गई भगवान गई री फंस घर के धंधे में।गई री फंस घर के धंधे में।गई री फंस घर के धंधे में।हे री तूं तो भूल गई भगवान गई री फंस घर के धंधे में।

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