तर्ज – दिल लूटने वाले जादूगर
मेरे श्याम प्रभु इस जीवन का, बस तू ही एक सहारा है, मैं कुछ भी नहीं तुझ बिन बाबा, तू ही आधार हमारा है, मेरे श्याम प्रभू इस जीवन का, बस तू ही एक सहारा है।
तू फिकर हमारी करता है, हम जीकर तुम्हारा करते है, मेरे श्याम धणी हम दोनों का, ये रिश्ता कितना प्यारा है, मेरे श्याम प्रभू इस जीवन का, बस तू ही एक सहारा है।
होती है कभी तकलीफ कोई, दिल हँसते हँसते सह लेता, बेफिकर मैं रहता हूँ क्योकि, दिल में विश्वास तुम्हारा है, मेरे श्याम प्रभू इस जीवन का, बस तू ही एक सहारा है।
मेरी सोच से पहले तू बाबा, मेरे बारे में सोचता है, तूने अपनी कृपा से हर पहलु, जीवन का मेरे सवारा है, मेरे श्याम प्रभू इस जीवन का, बस तू ही एक सहारा है।
आधी रोटी खाए ‘कुंदन’, चाहे भर के व्यंजन थाल मिले, हर हाल में शूकर करे ‘संजय’, तेरी दया से चलता गुजारा है, मेरे श्याम प्रभू इस जीवन का, बस तू ही एक सहारा है।
मेरे श्याम प्रभु इस जीवन का, बस तू ही एक सहारा है, मैं कुछ भी नहीं तुझ बिन बाबा, तू ही आधार हमारा है, मेरे श्याम प्रभू इस जीवन का, बस तू ही एक सहारा है।