हरी धुन हरी धुन लागी मेरे मन में
मुरली बाज रही रे मधुबन में।
श्याम धुन हरी धुन लागी मेरे मन में
मुरली बाज रही रे मधुबन में
मुरली बाज रही रे मधुबन में ।मुरली बाज रही रे मधुबन में।
झुमका तो मैंने पैरो री नाक में।
नथनी पहर लई रे कानन में
हरि धून हरि धुन लागी मेरे मन में।मुरली बाज रही रे मधुबन में।
काजल तो मैंने पोता री होठ पर।
लाली पोत लई आंख में
हरि धून हरि धुन लागी मेरे मन में।मुरली बाज रही रे मधुबन में।
लहंगा तो मैंने सिर पे ओढ़ा,
चुनरी बांध लाइ टागन में
हरि धून हरि धुन लागी मेरे मन में।मुरली बाज रही रे मधुबन में।
तगड़ी तो मैंने पहले ही गले में
कलिर टांग लियो रे डूंगे प
हरि धून हरि धुन लागी मेरे मन में।मुरली बाज रही रे मधुबन में।
कर सिंगार गई निधिवन में
हरि धून हरि धुन लागी मेरे मन में
कान्हा देखा हंसे मन मन में।मुरली बाज रही रे मधुबन में।