भाई थोड़ी सबर कोई कर जातो, बुरो हादसों टल जातो।
रीस में रावण लात लगाई, भक्त विभूषण छोटो भाई वो लंका छोड़ कर नहीं जातो, बुरो हादसों टल जातो।
कौरव पांडव दोनों लड़ाई, कृष्ण जस्या समझाबा ने आई। भाई दोन्या में एक समझ जातो, बुरो हादसों टल जातो।
प्रहलाद ने भक्ति कमाई, हिरण्यकश्यप के मन नहीं भाई। वो राम नाम ने समझ जातो, बुरो हादसों टल जातो।
राजा दशरथ वन में जाई, शब्द भेदी बाण चलाई। बेटा सु न्यारो नहीं जातो, बुरो हादसों टल जातो।
गुरु चेतन सुणो ऊँकार भाई, मनक जनम ना मिले दोबारी। साँवरिया री में नहीं जातो, मारो सारो जनम बिगड़ जातो। भाई थोड़ी सबर कई कर जातो,बुरो हादसों टल जातो।