तर्ज – अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं
अम्बे दुर्गे महाकाली नारायणी, जगदम्बे नमो सर्वसुखदायिनी, शेरोवाली माँ मुझपे कृपा कीजिये, दास चरणों का मुझको बना लीजिये।
श्रद्धा भक्ति से तुमको बुलाते है हम, श्रद्धा भक्ति से तुमको बुलाते है हम, शीश तेरे चरण में झुकाते है हम, अंबे दुर्गे महाकाली नारायणी, जगदम्बे नमो सर्वसुखदायिनी।।
दीन दुखियों के दुखड़े मिटाती हो तुम, दीन दुखियों के दुखड़े मिटाती हो तुम, सबको कष्टों से मुक्ति दिलाती हो तुम, अंबे दुर्गे महाकाली नारायणी, जगदम्बे नमो सर्वसुखदायिनी।।
सुख देती हो तुम दुःख हरती हो तुम, सुख देती हो तुम दुःख हरती हो तुम, मनोकामनाएं पूरी करती हो तुम, अंबे दुर्गे महाकाली नारायणी, जगदम्बे नमो सर्वसुखदायिनी।।
तुमने उपकार मुझपे ज्यादा किया, तुमने उपकार मुझपे ज्यादा किया, बिन मांगे ही माँ मुझको सबकुछ दिया, अंबे दुर्गे महाकाली नारायणी, जगदम्बे नमो सर्वसुखदायिनी।।
अम्बे दुर्गे महाकाली नारायणी, जगदम्बे नमो सर्वसुखदायिनी, शेरोवाली माँ मुझपे कृपा कीजिये, दास चरणों का मुझको बना लीजिये।