म्हारा बिकानेर घाट सुघाट, रंगरोड़ा घढ़ दे झूटणा।
ब तो सोव बहू गोरल थार कान, पातलिये ईसरदास मोल लिया।
म्हारा बिकानेर घाट सुघाट, रंगरोड़ा घढ़ दे झूटणा।ब तो सोव बहु लाडेल थार कान, पातलिये कानीराम मोल लिया।
ब तो ऊबी बाई रोवां यूं क ब,
भाभी एकरस्यां म्हान पैर दिखाय, थार किसाफ सोव झूटणा।
बाई जी पैरागां म्हे बार त्यौहार, होलरियो जांया पैरस्यां।
बाई जी पैराणां म्हे त्यौंहार, देवर क ब्याय म पैरस्यां।
म्हारा बिकानेर घाट सुघाट, रंगरोड़ा धड़ दे झूटणा।ब तो सोव बहू (बहुओं के नाम)थार कान, पातलिये (बेटों के नाम)मोल लिया।