तेरे खाटू में जो आता हैं, तेरा दर्शन जो पाता हैं ।जो तुझसे नैन मिलाता हैं, तेरी ओर खींचा आता हैं।
तेरे रंग बिरंगे बागे, बागे पर हैं सोहे गजरे, तुझपे पड़ी जो मेरी नजरें।
मुझे, खाटू की ओर बुलाएं तू जो एक नजर कर डालें, जी उट्ठे मरनें वाले आंखे अमृत के प्याले, सबको दीवानां ये बनाए।🌺🌺🌺🌺🌺🌺
तेरे धाम पे जब पड़ता हैं कदम, मन मेरा ये हर्षाता हैं।
तेरे खाटू में जो आता हैं, तेरा दर्शन जो पाता हैं ।जो तुझसे नैन मिलाता हैं, तेरी ओर खींचा आता हैं।
तेरी माया बड़ी निराली, कोई गया नहीं हैं खाली, आया बनके जो भी सवाली तू ही बन गया उसका हाली।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 बाबा तीन बाण के धारी, तेरी लीले की असवारी, मूरत तेरी प्यारी प्यारी।
तुमको, पूजे ये दुनियां सारी
पाना तुझको मुश्किल हैं नहीं, भावों पे चला आता हैं।
तेरे खाटू में जो आता हैं, तेरा दर्शन जो पाता हैं ।जो तुझसे नैन मिलाता हैं, तेरी ओर खींचा आता हैं।
माता अहलवती के लाला, तेरे नाम की फेरूं माला। तू है भगतो का रखवाला मेरी, बिगड़ी तू ही बनाता।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 ओ बाबा शीश के दानी प्यारे, हारे के हो आप सहारे, नईया पार लगाने वाले।
तेरे, खेल हैं बाबा निराले फागण में भरे मेला भारी, तेरा दास भी दर आता है।
तेरे खाटू में जो आता हैं, तेरा दर्शन जो पाता हैं ।जो तुझसे नैन मिलाता हैं, तेरी ओर खींचा आता हैं।