वो हटा रहे है परदा सर-ऐ-आम चुपके चुपके
में नजारा कर रहा हूँ सर-ऐ-शाम चुपके चुपके।।
ये झुकी झुकी निगाहें , ये हसी हसी इशारे,
मुझे दे रहे है शायद , मुझे दे रहे है शायद,
वो पैगाम चुपके चुपके।
वो हटा रहे है परदा सर-ऐ-आम चुपके चुपके।।
वो हटा रहे है परदा सर-ऐ-आम चुपके चुपके
में नजारा कर रहा हूँ सर-ऐ-शाम चुपके चुपके।।
ना दिखाओ चलते चलते , यूँ कदम कदम पे शोखी,
कोई क़त्ल हो रहा है कोई क़त्ल हो रहा है,
सर-ऐ-आम चुपके चुपके।
वो हटा रहे है परदा सर-ऐ-आम चुपके चुपके।।
वो हटा रहे है परदा सर-ऐ-आम चुपके चुपके
में नजारा कर रहा हूँ सर-ऐ-शाम चुपके चुपके।।
कभी शोख़िया दिखाना , कभी उनका मुस्कुराना,
ये अदाएं कर ना डाले , ये अदाएं कर ना डाले,
मेरा काम चुपके चुपके ।
वो हटा रहे है परदा सर-ऐ-आम चुपके चुपके।।
वो हटा रहे है परदा सर-ऐ-आम चुपके चुपके
में नजारा कर रहा हूँ सर-ऐ-शाम चुपके चुपके।।
ये जो हिचकिया मुसक्कत , मुझे आ रही है देखो।
कोई ले रहा है शायद , कोई ले रहा है शायद,
मेरा नाम चुपके चुपके ।
वो हटा रहे है परदा सर-ऐ-आम चुपके चुपके।।
वो हटा रहे है परदा सर-ऐ-आम चुपके चुपके
में नजारा कर रहा हूँ सर-ऐ-शाम चुपके चुपके।।