इस जीवन की चादर में
सांसों के ताने बाने हैं
दुख की थोड़ी सी सलवट है
सुख के कुछ फूल सुहाने है।
क्यों सोचे आगे क्या होगा
अब कल के कौन ठिकाने हैं।
ऊपर बैठा वो बाजीगर
जाने क्या मन में ठाने है।
इस जीवन की चादर में
सांसों के ताने बाने हैं
दुख की थोड़ी सी सलवट है
सुख के कुछ फूल सुहाने है।
चाहे जितना भी जतन कर
भरने का दामन तारों से,
झोली में वो ही आएंगे
जो तेरे नाम के दाने हैं।
इस जीवन की चादर में
सांसों के ताने बाने हैं
दुख की थोड़ी सी सलवट है
सुख के कुछ फूल सुहाने है।
नशा चढ़े प्रभु प्रेम का
बिसरे तन मन का भान
सुख दुख की चिंता नहीं
हर पल सांवरे को पाना है।
इस जीवन की चादर में
सांसों के ताने बाने हैं
दुख की थोड़ी सी सलवट है
सुख के कुछ फूल सुहाने है।