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राम भजन लिरिक्स

Jab sar pe hai ram ka hath,chinta fir kya karna,जब सर पे है राम का हाथ,चिंता फिर क्या करना,ram bhajan

जब सर पे है राम का हाथ,चिंता फिर क्या करना।

जब सर पे है राम का हाथ,चिंता फिर क्या करना।तेरे संग संग है श्री राम,दुनिया से क्या डरना।जब सर पे है राम का हाथ,चिंता फिर क्या करना।

दुःख का सागर ये जीवन, जिसमें है पीड़ा हरदम।राम कृपा से हो जाए खुशहाल मगर पल में तन मन।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 करे कृपाराम दिन रात तो फिर कैसा डरना।तेरे संग संग है श्री राम,दुनिया से क्या डरना।जब सर पे है राम का हाथ,चिंता फिर क्या करना।

हाय नश्वर यह सारी काया, छल कपटी है सारी माया। पडा मौका ऐसा पर्दा, जिसने तन मन है भरमाया। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺प्रभु बदल देंगे हालात,तो फिर कैसा डरना।तेरे संग संग है श्री राम,दुनिया से क्या डरना।जब सर पे है राम का हाथ,चिंता फिर क्या करना।

दुनिया का ध्यान रखते हैं, भक्तों का मान रखते हैं।महिमा का अपने नाम से वो, लख चौरासी तरते है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺प्रभु राम है सबके नाथ,तो फिर कैसा डरना।तेरे संग संग है श्री राम,दुनिया से क्या डरना।जब सर पे है राम का हाथ,चिंता फिर क्या करना।

बिगड़े काम बनाते हैं, हर पल आनंद दिलाते हैंविपदा से सबको बचाते,दीनानाथ कहाते है।🌺जब राम है पितु और मात,तो फिर कैसा डरना।तेरे संग संग है श्री राम,दुनिया से क्या डरना।जब सर पे है राम का हाथ,चिंता फिर क्या करना।

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