तर्ज,मेरे नैना सावन भादो
तेरा मेरा रिश्ता ऐसा तोड़े से न टूटे
तू मुझको जाने फिर क्यों ना माने।
देख रहा है दूर से मुझको, पास तू क्यों न आये
दर्द सहा न जाये।
ठाकुर मेरे जान ले इतना, साथ न ये ऐसे ये छूटे
तोड़े से न टूटे।तेरा मेरा रिश्ता ऐसा तोड़े से न टूटे
तू मुझको जाने फिर क्यों ना माने।
आस जगाते हो पास न आते हो
काश तू आये दिल से लगाये।
बाहो में मुझको लेले मन घबराये अकेले।
ओ सांवरिया समज न आये, क्यों तुम मुझसे हो रूठे,तोड़े से न टूटे।तेरा मेरा रिश्ता ऐसा तोड़े से न टूटे,
तू मुझको जाने फिर क्यों ना माने।
मन अब हारा है तुझको पुकारा है,,
देर न हो अब जल्दी करना,, मैं हु तेरे भरोसे,
आया मैं सब कुछ खो के इस दुनिया को
फिर से दिखा दो तुम तो हो अनोखे,
तोड़े से न टूटे।तेरा मेरा रिश्ता ऐसा तोड़े से न टूटे
तू मुझको जाने फिर क्यों ना माने।
तेरा मेरा रिश्ता ऐसा तोड़े से न टूटे
तू मुझको जाने फिर क्यों ना माने।