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निर्गुण भजन nirgun Bhajan

Anmol Tera jiwan bato me vyarth khoya,अनमोल तेरा जीवन बातों में व्यर्थ खोया,nirgun bhajan

अनमोल तेरा जीवन बातों में व्यर्थ खोया।

अनमोल तेरा जीवन बातों में व्यर्थ खोया। जब खो गया समय तो खुद पर ही बहुत रोयाअनमोल तेरा जीवन बातों में व्यर्थ खोया। जब खो गया समय तो खुद पर ही बहुत रोया।

खेल में बचपन बीत गया, जवानी तेरी गुजर गई। खेल में बचपन बीत गया जवानी तेरी गुजर गई।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 तेरी सुध लेंगे कैसे नाथ, भजन सुमिरन जब किया नहीं।तेरी सुध लेंगे कैसे नाथ, भजन सुमिरन जब किया नहीं।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 माया मे रहा अटका,विषयों के संग सोया।जब खो गया समय तो खुद पर ही बहुत रोया।

अनमोल तेरा जीवन बातों में व्यर्थ खोया। जब खो गया समय तो खुद पर ही बहुत रोया।

जन सत्संग में तू आजा इसी से सांवरेगा जीवन।तुझे भव पार कर देंगे, प्रभु को कर दे सब अर्पण।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺जन सत्संग में तू आजा इसी से सांवरेगा जीवन।तुझे भव पार कर देंगे, प्रभु को कर दे सब अर्पण। उस दाता ने हरी ने लाखों का पाप धोया। जब खो गया समय तो खुद पर ही बहुत रोया।

अनमोल तेरा जीवन बातों में व्यर्थ खोया। जब खो गया समय तो खुद पर ही बहुत रोया।

वही तेरा पालन हारा है। राम तेरा तारणहारा है। सकल संसार को सुन ले, उसी का बस सहारा है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺वही तेरा पालन हारा है। राम तेरा तारणहारा है। सकल संसार को सुन ले, उसी का बस सहारा है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 अब भी शरण में आ जा, क्यों उलझन में खोया।जब खो गया समय तो खुद पर ही बहुत रोया।

अनमोल तेरा जीवन बातों में व्यर्थ खोया। जब खो गया समय तो खुद पर ही बहुत रोया।

अनमोल तेरा जीवन बातों में व्यर्थ खोया। जब खो गया समय तो खुद पर ही बहुत रोया।

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