करुणा की दृष्टि निहारो,राधे बरसाने वाली।बरसाने वाली राधे बरसाने वाली।थोड़ा सा दे दो सहारा, राधे बरसाने वाली।🌺🌺🌺🌺🌺🌺करुणा की दृष्टि निहारो,राधे बरसाने वाली।
ओ श्यामा,तुम्हारी कृपा पे में जी रहा हूं।तुम्हारी ही भक्ति का रस पी रहा हूं।🌺🌺🌺🌺🌺🌺जो दयावान हो सो कृपा कर रही हो।जो मेरा भला हो वही कर रही हो।🌺🌺🌺🌺🌺🌺कभी तो मेरी वाह वाह रे लगेगी।जो चरणों की रज मेरे मस्तक लगेगी।उसी दिन की खातिर में जीता रहा हूं।तभी से में तुमसे कहता रहा हूं।थोड़ा सा दे दो सहारा, राधे बरसाने वाली।🌺🌺🌺🌺🌺🌺करुणा की दृष्टि निहारो,राधे बरसाने वाली।
हे श्यामा । हे स्वामिनी श्री कुंज बिहारीनी,अब बेद खबर मोरी लीजे।सेवा रीत कछु कर नहीं जानू।मेरी चूक क्षमा कर दीजे।🌺🌺🌺🌺🌺अति आधीन दिन रत्त तेरो।चित्त दे यह सुन लीजे।ललित किशोरी कुंज निकुंजन, रज अधिकारी कीजे।मोहे रज अधिकारी कीजे।स्वामिनी श्री कुंज बिहारीनी,अब बेद खबर मोरी लीजे।
करुणा की दृष्टि निहारो,राधे बरसाने वाली।बरसाने वाली राधे बरसाने वाली।थोड़ा सा दे दो सहारा, राधे बरसाने वाली।🌺🌺🌺🌺🌺🌺करुणा की दृष्टि निहारो,राधे बरसाने वाली।
उपमा तेरी दया की राधे हमसे कही ना जावे।श्यामा हमसे कही ना जावे।पग पग मेरी बनो सहायक तुम बिन कोन बचाए।🌺🌺🌺🌺🌺तुम्हारी कृपा के बिन श्यामा, कोन श्याम की भक्ति पावे।बरसाने की रज कणिका बिन, कोन मस्तक लेख मिटाए।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺तेरे महल की पौड़ी वो ही चढ़े,श्यामा जो तुमरे मन भावे।किशोरी दयालु भई जो मुझ पे,मन राधे राधे गावे।
थोड़ा सा दे दो सहारा, राधे बरसाने वाली।🌺🌺🌺🌺🌺🌺करुणा की दृष्टि निहारो,राधे बरसाने वाली।