तर्ज – वाह वाह क्या बात है।
कलयुग में डंका बजता है, दोनों देव महान है, एक बाबा श्याम है दूजे हनुमान है।।
कलयुग में तो चलती देखो, इनकी ही सरकार है, हनुमान जी संकट मोचन, श्याम जी लखदातार है, दोनों की है महिमा न्यारी, दोनों की है महिमा न्यारी, दोनों बड़े बलवान है,
एक बाबा श्याम है दूजे हनुमान है।।
कलयुग में डंका बजता है, दोनों देव महान है, एक बाबा श्याम है दूजे हनुमान है।।
हनुमान ने हर संकट से, तारा था प्रभु राम को, श्याम ने शीश का दान दिया था, कृष्ण चंद्र भगवान को, दोनों ने त्रिलोक पति से, दोनों ने त्रिलोक पति से, पाया ये वरदान है, बाबा श्याम है दूजे हनुमान है।।
कलयुग में डंका बजता है, दोनों देव महान है, एक बाबा श्याम है दूजे हनुमान है।।
हाथ में सोटा लाल लंगोटा, हनुमत की पहचान है, मोरछड़ी को थामे रखता, खाटु वाला श्याम है, ‘सोनू’ इनके दर्शन से ही, ‘सोनू’ इनके दर्शन से ही, जीवन का कल्याण है,
एक बाबा श्याम है दूजे हनुमान है।।
कलयुग में डंका बजता है, दोनों देव महान है, एक बाबा श्याम है दूजे हनुमान है।।