कृपा करो ना भरत जी के भैया,
तुम मेरी नैया के पार लगैया।
जब ये नाव उल्ली पार पे आई,🌺🌺🌺
चरण पखार चढ़े दोउ भैया।
तुम मेरी नैया के पार लगैया,
कृपा करो ना,भरत जी के भैया,
तुम मेरी नैया के पार लगैया।
जब ये नाव बीच धारा में पहुंची,🌺🌺🌺
ऐसे चले जैसे ब्यार पुरवैया।
तुम मेरी नैया के पार लगैया,
कृपा करो ना,भरत जी के भैया,
तुम मेरी नैया के पार लगैया। 🌺🌺🌺
जब ये नाव पल्ली पार पे पहुंची।
उतर गए लक्ष्मण दोनों भैया,
तुम मेरी नैया के पार लगैया ।
कृपा करो ना,भरत जी के भैया,
तुम मेरी नैया के पार लगैया।
हाथ मुद्रिका दें सीता मैया,🌺🌺🌺🌺
लेओ मल्हा अपनी उतरैया।
तुम मेरी नैया के पार लगैया ।
कृपा करो ना,qभरत जी के भैया,
तुम मेरी नैया के पार लगैया।
हाथ मुद्रिका ना लूं सिया जी,🌺🌺🌺🌺
तुम छवा दो मेरी बैकुंठ में मढैया।
तुम मेरी नैया के पार लगैया,
कृपा करो ना,भरत जी के भैया,
तुम मेरी नैया के पार लगैया।
राम हसें लक्ष्मण मुसकावे,
देखो मल्हा की चतुरैया।
तुम मेरी नैया के पार लगैया ,
कृपा करो ना,भरत जी के भैया,
तुम मेरी नैया के पार लगैया।