Categories
krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Jal bharne devki jay,shish par dhar gagri,जल भरने देवकी जाए शीश पर घर गगरी,krishna bhajan

जल भरने देवकी जाए शीश पर घर गगरी।।

जल भरने देवकी जाए शीश पर घर गगरी।।

ऊली पार देवकी बैठी पल्ली पार यशोदा। वह तो आपस में बतलाए,शीश पर घर गगरी।।🌺🌺जल भरने देवकी जाए शीश पर घर गगरी।।

के दुःख है तेरे सास ससुर को,के पिया परदेस।बहना के तेरे पिया परदेस, शीश पर घर गगरी।।जल भरने देवकी जाए शीश पर घर गगरी।।

ना दुःख है मोहे सास ससुर को, ना पिया परदेस।बहना नाही मेरे पिया परदेस,शीश पर घर गगरी।।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺जल भरने देवकी जाए शीश पर घर गगरी।।

एक दुख है मोहे कंश वीरन को,होते ही दे मरवाई।बहना होते ही दे मरवाई,शीश पर घर गगरी।।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺जल भरने देवकी जाए शीश पर घर गगरी।।

अबकी लाल तुम्हारो होवे,दे गोकुल पहुंचाए।बहना दे गोकुल पहुंचाए,शीश पर घर गगरी।।जल भरने देवकी जाए शीश पर घर गगरी।।

Leave a comment