तर्ज,है अपना दिल तो आवारा
शरण में आ गया मैया,ना खाली हाथ जाऊंगा,
सफल कर कामना मेरी,विमल यश रोज गाऊंगा,
शरण में आ गया मईया,ना खाली हाथ जाऊंगा।।
तू मैया जग की पालक,मैं भी हूँ तेरा बालक,
क्यों ममता तज कर रूठी,बता माता,🌺🌺🌺
मैं बालक माँ तुम्हारा हूँ,तुम्हारा ही कहाऊंगा,
शरण में आ गया मईया,ना खाली हाथ जाऊंगा।।
जग सारा है माँ खारा,बस तेरा एक सहारा,
मैं जाँच के सबको हारा,मेरी माता,🌺🌺🌺🌺
सहारा पा तेरा जननी,दुखो को मैं भुलाऊँगा,
शरण में आ गया मईया,ना खाली हाथ जाऊंगा।।
जो तेरा ध्यान लगावे,सुख सम्पति वो पा जावे,
फिर क्यों मुझको कलपावे,मेरी माता,🌺🌺🌺🌺
करो स्वीकार माँ पूजा,चरण रज शीश लगाऊंगा,
शरण में आ गया मईया,ना खाली हाथ जाऊंगा।।
माँ लख चौरासी भोगी,फिर नर तन पायो जोगी,
क्या अब भी सुध ना लोगी,मेरी माता,🌺🌺
भला हूँ या बुरा फिर भी,तेरा सेवक कहाऊंगा,
शरण में आ गया मईया,ना खाली हाथ जाऊंगा।।