गोवर्धन गिरधारी जी,सुध लेना हमारी।🌺🌺
गोवर्धन गिरधारी जी, सुध लेना हमारी।
आये शरण तुम्हारी जी, सुध लेना हमारी ।
मोर मुकुट पीताम्बर सोहे, प्यारी बंसी मेरो मन मोहे।राधा के कुञ्ज बिहारी जी।सुध लेना हमारी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
आये शरण तुम्हारी जी, सुध लेना हमारी ।गोवर्धन गिरधारी जी, सुध लेना हमारी।
बृज मंडल में रूप निराला, सब ग्वालों का ढंग निराला।वृन्दावन के बिहारी जी,सुध लेना हमारी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
आये शरण तुम्हारी जी, सुध लेना हमारी ।गोवर्धन गिरधारी जी, सुध लेना हमारी।
छप्पन भोग छत्तीस व्यंजन। भोग लगाये रहे यशोमती नंदन।छवि लागे अति प्यारी जी।सुध लेना हमारी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
आये शरण तुम्हारी जी, सुध लेना हमारी ।गोवर्धन गिरधारी जी, सुध लेना हमारी।
कजरारे मतवारे नैना, देखी ऐसी छवि कोई और ना।हम आये बिहारी जी,सुध लेना हमारी।🌺
आये शरण तुम्हारी जी, सुध लेना हमारी।🌺गोवर्धन गिरधारी जी, सुध लेना हमारी।
मीरा के प्रभु गिरधर नागर,गिरधर नागर गिरधर नागर।राखो लाज हमारी जी।सुध लेना हमारी।
आये शरण तुम्हारी जी, सुध लेना हमारी ।गोवर्धन गिरधारी जी, सुध लेना हमारी।