तर्ज, होलिया में उड़े री गुलाल
मुझे ले चल लांगुरिया,मैया के जगराते में।मैया के जगराते में।मैया के जगराते में।🌺मुझे ले चल लांगुरिया,मैया के जगराते में।
मैया के जगराते में,विष्णु जी आए।🌺🌺विष्णु जी आए संग में,लक्ष्मी जी को लाए।मुझे मिल गया वैकुंठ धाम,मैया के जगराते में।मुझे ले चल लांगुरिया,मैया के जगराते में।
मैया के जगराते में,भोले जी आए।भोले जी आए संग में,गौरा मैया लाए।🌺🌺🌺🌺मुझे मिल गया,कैलाश धाम,मैया के जगराते में।मुझे ले चल लांगुरिया,मैया के जगराते में।
मैया के जगराते में,कान्हा जी आए।कान्हा जी आए संग में,राधा रुकमण लाए।🌺🌺मुझे मिल गया सारा वृज धाम,मैया के जगराते में।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺मुझे ले चल लांगुरिया,मैया के जगराते में।
मैया के जगराते में,मैया खुद आई।मैया खुद आई संग में,भक्तों को बुलाई।🌺🌺🌺🌺मुझे मिल गया आशीर्वाद,मैया के जगराते में।मुझे ले चल लांगुरिया,मैया के जगराते में।