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गुरु भजन लिरिक्स guru bhajan lyrics

Kaise batau kaisa sakhiri mera satguru, कैसे बताऊं कैसा, सखी री मेरा सतगुरु कैसा,guru bhajan

कैसे बताऊं कैसा, सखी री मेरा सतगुरु कैसा

तर्ज,लल्ला की सुनके में आई

कैसे बताऊं कैसा, सखी री मेरा सतगुरु कैसा।

धरती जैसी सहनशीलता,२।🌺🌺🌺🌺ऊंचा है अंबर जैसा,सखी री मेरा सतगुरु ऐसा।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺कैसे बताऊं कैसा, सखी री मेरा सतगुरु कैसा

सूरज जैसा तेजस्वी है।२।🌺🌺🌺🌺🌺गोरा है चंदा जैसा,सखी री मेरा सतगुरु ऐसा।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺कैसे बताऊं कैसा, सखी री मेरा सतगुरु कैसा।

गंगा जैसा पावन निर्मल।२।🌺🌺🌺🌺निर्मल यमुना जैसा।सखी री मेरा सतगुरु ऐसा।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺कैसे बताऊं कैसा, सखी री मेरा सतगुरु कैसा

मर्यादा श्री राम के जैसा।२।🌺🌺🌺🌺नागर नटवर जैसा।सखी री मेरा सतगुरु ऐसा।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺कैसे बताऊं कैसा, सखी री मेरा सतगुरु कैसा।

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