तर्ज,हम वफा करके भी तन्हा रह गए।
श्याम की कोई खबर लाता नहीं।बिन खबर हम से रहा जाता नहीं।श्याम की कोई खबर लाता नहीं।
दिल तो चाहता मेरे श्याम,एक खत लिखूं।२।बिन कलम के खत,लिखा जाता नहीं।२।बिन खबर हम से रहा जाता नहीं।श्याम की कोई खबर लाता नहीं।
दिल तो चाहता मेरे श्याम,में पक्षी बनूं।२।बिना पंख हम से उड़ा,जाता नहीं।२।🌺🌺बिन खबर हम से रहा जाता नहीं।श्याम की कोई खबर लाता नहीं।
दिल तो चाहता मेरे श्याम,में मुरली बनूं।२।धुन मधुर सुने बिना,रहा जाता नहीं।२।🌺बिन खबर हम से रहा जाता नहीं।श्याम की कोई खबर लाता नहीं।
दिल तो चाहता मेरे श्याम,में मछली बनूं।२।जमुना के जल बिना,रहा जाता नहीं।२।🌺बिन खबर हम से रहा जाता नहीं।श्याम की कोई खबर लाता नहीं
दिल तो चाहता मेरे श्याम,में जोगन बनूं।२।दर बदर हम से फिरा,जाता नहीं।२।🌺🌺बिन खबर हम से रहा जाता नहीं।श्याम की कोई खबर लाता नहीं
श्याम की कोई खबर लाता नहीं।बिन खबर हम से रहा जाता नहीं।श्याम की कोई खबर लाता नहीं।