तर्ज,उड़े जब जब जुल्फें तेरी
मेरे लाड़ले गजानन मत जाना,मेरे लाड़ले गजानन मत जाना।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺की अंखियां भर आयेगी,ये अंखियां भर आयेगी मत जाना।
में लाड़ चाव से,तुझे लाई।दस दिनों तक खूब सजाई।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺में फिर किसे सजाऊंगी,२,मत जाना।
मेरे लाड़ले गजानन मत जाना,मेरे लाड़ले गजानन मत जाना।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺की अंखियां भर आयेगी,ये अंखियां भर आयेगी मत जाना।
मैने छोड़े सारे,घर के धंधे।सब रिश्ते नाते फंदे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 ओ देवा तेरे आने से।२,मत जाना।
मेरे लाड़ले गजानन मत जाना,मेरे लाड़ले गजानन मत जाना।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺की अंखियां भर आयेगी,ये अंखियां भर आयेगी मत जाना।
नित नए तेरे भोग बनाऊं।तुझे परदे की ओट खिलाऊं।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺नजर कहीं लग जाए ना,२, मत जाना।
मेरे लाड़ले गजानन मत जाना,मेरे लाड़ले गजानन मत जाना।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺की अंखियां भर आयेगी,ये अंखियां भर आयेगी मत जाना।
मेरा घर आंगन देवा चहके।खुशबू ही खुशबू महके।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺ये सब सुना हो जाएगा,२, मत जाना।
मेरे लाड़ले गजानन मत जाना,मेरे लाड़ले गजानन मत जाना।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺की अंखियां भर आयेगी,ये अंखियां भर आयेगी मत जाना।