वो कौन है जिसने हमको दी पहचान है।कोई और नही वो,खाटूवाला श्याम है।
जिसकी रहमत से होता,हर एक काम है।मेरा श्याम है,मेरा श्याम है।
हर चाहत पूरी कर दी,दिल की आवाज को सुनकर।फूलों की सेज सजा दी,राहों से कांटे चुनकर। 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹ये किसकी कृपा से हर सुख हर आराम है।मेरा श्याम है,मेरा श्याम है।
वो कौन है जिसने हमको दी पहचान है।कोई और नही वो,खाटूवाला श्याम है।
मुझे याद है बीते दिन वो,जब खुशियां थी ओझल सी। हर दिन था दुःख से मिलना,हर घड़ियां थी मुश्किल सी।🌹🌹🌹🌹🌹फिर किसने आकर उनको दिया विराम है।मेरा श्याम है,मेरा श्याम है।
वो कौन है जिसने हमको दी पहचान है।कोई और नही वो,खाटूवाला श्याम है।
कंकर को मोती कर दे, पत्थर में फूल खिलाए। इस जग में एक ही है जो, मिट्टी में नाव चलाएं। 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹वो कौन है जो,गिरते को लेता थाम है।मेरा श्याम है,मेरा श्याम है।
वो कौन है जिसने हमको दी पहचान है।कोई और नही वो,खाटूवाला श्याम है।
हमने वह सब कुछ पाया जो था ना हमारे हक में। मेरा ही नाम लिखा है,तुमने ही आज फलक में।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹ये किसकी बदौलत चेहरे पे मुस्कान है।मेरा श्याम है,मेरा श्याम है।
वो कौन है जिसने हमको दी पहचान है।कोई और नही वो,खाटूवाला श्याम है।