तर्ज, ज्योत से ज्योत जगाते चलो
दर्श करा दे मैया तेरे लाल का,जोगी हूं मैया में सो साल का।२।
बड़ी दूर से आया हूं में,आश यही लाया हूं में।देर ना करो अब मैया,दौड़ा दौड़ा आया हूं में। पलना दिखा दे मैया,तेरे लाल का।२।🌙🌙जोगी हूं मैया में सो साल का।
तेरे गले सर्पन माला,डर जाए मेरा लाला। बीती है उमरिया मेरी, पाया अब मैंने लाला।🌙🌙 ले जा खजाना तूं, मेरे मालका।२।जोगी हूं मैया में, सो साल का।
क्या उसे डराऊं में, कैसे बतलाऊं में। कैसे मनमोहन के, दर्शन पाऊं में।🌙🌙🌙🌙🌙 भूखा नहीं में मैया, तेरे माल का।२।जोगी हूं मैया में, सो साल का।
तुम हठ ना कर जोगी, अक्ल तेरी खोगी।गोपी जब आयेगी तो,खबर उनको होगी।🌙🌙🌙छोड़ो यह ज़िद तेरे,झूठे बवाल का।२।जोगी हूं मैया में, सो साल का।
जोगी जब गमन करें, मनमोहन रुदन करें। पुचकार रही मैया, लाला नहीं धीर धरे।🌙🌙जोर नही है कुछ, गोपी ग्वाल का।२।जोगी हूं मैया में, सो साल का।
गोपी जब आई है,जोगी को बुलाई है। गोदी में मैया के शिव, देखें कन्हाई है।🌙🌙🌙🌙 झाड़ा दिया है शिव ने, क्या कमाल का।जोगी हूं मैया में, सो साल का।
मोहन जब मुस्काए, सखियां है मंगल गाये। हे नाथ खबर ले लो, जो भक्त महिमा गाए। भारी भरोसा मुझे, तेरे गोपाल का।जोगी हूं मैया में, सो साल का।