तर्ज,पूछते हो कन्हैया कहां है
भोले बाबा से गोरा यूं बोली,आज थोड़ी सी भांगिया पिऊंगी।२।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹कैसी लगती है सौतन हमारी, आज पीने से मै ना डरूंगी।२।
भोले बोले सुनो गोरा रानी, इसे पीकर के तुम क्या करोगी। २।🌹🌹🌹🌹🌹🌹 इसको पीते हैं ऋषि मुनि ज्ञानी,२,।ये वश की तुम्हारे नही है।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹कैसी लगती है सौतन हमारी, आज पीने से मै ना डरूंगी।२।
गोरा ने शिव की एक ना मानी। पीली भंगिया हो गई दीवानी।२।🌹🌹🌹🌹🌹बोली भोले से सौतन हमारी,२।आज समझी क्यूं लगती है प्यारी।🌹🌹🌹🌹इसकी शक्ति को में भी मानूंगी।आज पीने से में ना डरूंगी।
भोले बाबा से गोरा यूं बोली,आज थोड़ी सी भांगिया पिऊंगी।२।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹कैसी लगती है सौतन हमारी, आज पीने से मै ना डरूंगी।२।
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