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निर्गुण भजन nirgun Bhajan

Nirgun Bhajan,koi nahi is jagme, कोई नही इस जग में अपनो

कोई नही इस जग में अपनो,जान ले।

कोई नही इस जग में अपनो,जान ले।करनी का फल पासी रे मनवा,बात हमारी मान ले।

पांच तत्व री काया थारी, एक दिन तो मिट जावेली। पड़यो पड़यो पछतावेलो जद, मौत सिराने आवेली। 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹सुन ले भाई अब तो अकल से काम ले।करनी का फल पासी रे मनवा,बात हमारी मान ले।

मिनख जमारो मिल्यों रे बावला,बार बार नहीं पावेलो।थारो म्हारो छोड़ के एकदीन,हंसो तो उड़ जावेलो।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 खरो नाम है गिरधारी,पहचान ले।करनी का फल पासी रे मनवा,बात हमारी मान ले।

गर्ववास में कोल करयों थो,अब क्यूं सबकुछ भूल गयो। दुनियां के धंधे में पड़कर,ममता मांही झूल रहयो।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹सांची बात है,श्याम प्रभु रो नाम ले।करनी का फल पासी रे मनवा,बात हमारी मान ले।

कोई नही इस जग में अपनो,जान ले।करनी का फल पासी रे मनवा,बात हमारी मान ले।

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