Categories
durga bhajan lyrics दुर्गा भजन लिरिक्स

Pushpanjali, पुष्पांजली

मंत्र पुष्पांजली

ॐ यज्ञेन यज्ञमयजंत देवस्तानी धर्माणी प्रथमान्यासन। ते ह ताकं महिमानः सचन्त यत्र पूर्वे साध्या : सांति देवा :। ॐ राजाधिराजाय प्रसन्न साहिने।नमो वयं वैश्रवणाय कुर्महे। स में कामान कामकामाय महम। कामैश्वरो वैश्रवणो ददातु। कुबेराय वैश्रवणाय महाराजाय नमः। ॐ स्वस्ति साम्राज्यं भोज्यं स्वाराज्यं वैराज्यं पारमेष्ठेयं राज्यं माहाराज्य माधिपत्यमयं समंतपर्यायि स्यात। सार्वभोमः सरवायुष आंतादापरार्धात पृथिव्यै समुद्रवेपर्यंतया एकाराडीती। तदप्येष श्लोकोंभिगितो मरूत: परिवेष्टारो मरुत्स्यावसन ग्तहे। अविक्षित्स्य वकुल चम्पक पाटलाब्जै: पुन्नाग जाती करवीर रसाल: पुष्पे। विल्वप्रवाल तुलसीदल मंजीरिभी स्त्वाम पुज्यामी जगदीश्वरी से प्रसिद्द! पुष्पांजली समर्पयामी।🙏

Leave a comment