वारे म्हारा कान्हा, जोर की करि। वारे म्हारा कान्हा, भली करी।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 गेला में!!!गेला में ढुलाई म्हारी दूध की चरी।वारे म्हारा कान्हा, जोर की करि।
घर जाऊं तो म्हारा सुसरोजी पूछे।२। कठे रे ढुलाई थारी दूध की चरी।🌹🌹🌹🌹🌹🌹वारे म्हारा कान्हा, जोर की करि।
घर जाऊं तो म्हारो देवर खीजे। ननदल म्हारी छप्पन छुरी।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹वारे म्हारा कान्हा, जोर की करि।
घर जाऊं तो म्हारा साहिबजी पूछे। कून रे ढुलाई थारी दूध की चरी।🌹🌹🌹🌹🌹🌹वारे म्हारा कान्हा, जोर की करि।
गेला में मिलग्यो नंद जी को लालो। वो ही ढुलाई म्हारी दूध की चरी।🌹🌹🌹🌹🌹वारे म्हारा कान्हा, जोर की करि।
मोहरां की दी कान्हो चरी भरी।राजी होग्यों म्हारो घर को धणी।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹वारे म्हारा कान्हा, जोर की करि।
वारे म्हारा कान्हा, जोर की करि। रस्ता में ढुलाई म्हारी दूध की चरी।