तर्ज,चांदी की दीवार ना तोड़ी
सागर से भी गहरा बंदे, गुरुदेव का प्यार है। देख लगाकर गोता एकबर, तेरा बेड़ा पार है।
भवसागर में एक दिन तेरी, जीवन नैया डूबेगी। खेते खेते एक दिन तो, पतवार भी तेरी टूटेगी। जाएगा उस पार तू कैसे, हर तरफ अंधकार है।देख लगाकर गोता एकबर, तेरा बेड़ा पार है।सागर से भी गहरा बंदे, गुरुदेव का प्यार है।
सौंप दे नैया गुरुदेव को, वही पार लगा देंगे। पैर पकड़ ले जाकर के तु, सोए भाग्य जगा देंगे। पापी से भी पापी को भी, करते ना इंकार है।देख लगाकर गोता एकबर, तेरा बेड़ा पार है।सागर से भी गहरा बंदे, गुरुदेव का प्यार है।
संत समागम हरि कथा भी, गुरु कृपा से पाओगे। खुद आएंगे श्याम प्रभु गर, गुरु की ठोकर खाओगे।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 बनवारी गुरुकृपा के बिन, जिंदगी बेकार है।देख लगाकर गोता एकबर, तेरा बेड़ा पार है।सागर से भी गहरा बंदे, गुरुदेव का प्यार है।