म्हारा प्यारा रे गजानंद आयिज्यो। रिद्ध सिद्ध ने सागे ल्यायिज्यो जी,म्हारा प्यारा रे गजानंद आयिज्यो।
थाने सबसे पहली मनावां, लड्डूबन को भोग लगावां। थे मुंसे चढ़कर आईज्यों जी।म्हारा प्यारा रे गजानंद आयिज्यो।
मां पार्वती का प्यारा, शिव शंकर लाल दुलारा। थे बांध पागड़ी आईज्यों जी।म्हारा प्यारा रे गजानंद आयिज्यो।
थे रिद्ध सिद्ध का दातारी। थाने ध्यावे दुनिया सारी। महारा अटक्या कारज बनाईज्यों जी।म्हारा प्यारा रे गजानंद आयिज्यो।
म्हारा प्यारा रे गजानंद आयिज्यो। रिद्ध सिद्ध ने सागे ल्यायिज्यो जी,म्हारा प्यारा रे गजानंद आयिज्यो।
म्हारा प्यारा रे गजानंद आयिज्यो। रिद्ध सिद्ध ने सागे ल्यायिज्यो जी,म्हारा प्यारा रे गजानंद आयिज्यो।
म्हारा प्यारा रे गजानंद आयिज्यो। रिद्ध सिद्ध ने सागे ल्यायिज्यो जी,म्हारा प्यारा रे गजानंद आयिज्यो।
थारो भक्त मंडल यश गावे। थारे चरणों में शीश नवावे। म्हारी नैया पार लगाईज्यों जी।म्हारा प्यारा रे गजानंद आयिज्यो।
म्हारा प्यारा रे गजानंद आयिज्यो। रिद्ध सिद्ध ने सागे ल्यायिज्यो जी,म्हारा प्यारा रे गजानंद आयिज्यो।