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रानीसती दादी भजन लीरिक्स

Jagdambe bhawani maiya tera tribhuwan, जगदंबे भवानी मैया तेरा त्रिभुवन में छाया राज है, रानीसती दादी भजन

जगदंबे भवानी मैया तेरा त्रिभुवन में छाया राज है

जगदंबे भवानी मैया तेरा त्रिभुवन में छाया राज है। सोहे बेस कसूमल निको, तेरे रत्नों का सिर पर ताज है।

जब जब भीड़ पड़ी भक्तन पर, तब तब आए सहाय करें। उधम उधारण तारण मैया, युग युग रूप अनेक धरे।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹सिद्ध करती तू भक्तों के काज है। नाम तेरो गरीब निवाज है। सोहे बेस ….

जल पर थल और थल पर सृष्टि, अद्भुत थारी माया है।सुर नर मुनि जन ध्यान धरे नित्य, पार नहीं कोई पाया है।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 थारे हाथों में सेवक की लाज है, लियो शरणों तिहारो मैया आज है।सोहे बेस…

जरा सामने तो आओ मैया, छुप-छुप छलने में क्या राज है। यूं छुप ना सकोगी मेरी मैया, मेरी आत्मा की यह आवाज है।🌹🌹🌹🌹🌹 मैं तुमको बुलाऊं तुम नहीं आओ, ऐसा कभी ना हो सकता। बालक अपनी मां से बिछड़ कर, सुख से कभी ना सो सकता।🌹🌹🌹🌹 मेरी नैया पड़ी मझदार है ।अब तूं ही तो खेवनहार है।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹आजा रो रो पुकारे मेरी आत्मा, मेरी आत्मा की यह आवाज है।जगदंबे भवानी मैया, तेरा त्रिभुवन में छाया राज है।सोहे बेस….

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