तर्ज,कोई जब राह ना पाए
श्याम तेरा रूप मन भायो। जिओ हरसायो । कून म्हारे श्याम ने सजायो।🌹🌹🌹🌹 बनडो सो लागे बाबो श्याम। बनडो सो लागे बाबो श्याम।
मोर मुकुट माथे पर चमके। कुंडल भी कानो में दमके। केसर चंदन लगायो जमके।🌹🌹🌹 सोनो सोनो तिलक लगायो,और सुरमो घलायो। कुंन म्हारे श्याम ने सजायो। बनड़ो सो लागे बाबो श्याम। बनडो…
खूब खिल्यो है बागे को रंग, आज तेरे निरालो है ढंग। देख है जो भी रह जाव है दंग।🌹🌹मोटा मोटा गजरा पहरायो, छत्तर लटकायो। कुंन म्हारे श्याम ने सजायो। बनड़ो सो लागे बाबो श्याम। बनडो…
भोत घणों लगायो है ईत्तर, सज धज के बैठयो है ज्यों कुंवर। लूनराई वारो लग जावे ना नजर। आज म्हारे आनंद छायो ।और चाव है सवायो।कुंन म्हारे श्याम ने सजायो। बनड़ो सो लागे बाबो श्याम। बनडो…
अद्भुत है सज्यो सिंगार, मुल्क रहयो है लखदातार, नैना माही झलक रहयो है प्यार। जो भी आज दर्शन पायो, वो दुखड़ा भूलायो।कुंन म्हारे श्याम ने सजायो। बनड़ो सो लागे बाबो श्याम। बनडो…