जरा इतना बता दे कान्हा, तेरा रंग काला क्यों। और काला होकर भी, तूं जग से निराला क्यों।
मैंने काली रात को जन्म लिया।🌹🌹🌹🌹 और काली गाय का दूध पिया।🌹🌹🌹🌹 गायों का रंग काला, इसीलिए काला हूं।🌹🌹 और काला होकर भी, जग से निराला हूं। जरा इतना..
सखी रोज-रोज घर में बुलाती है।🌹🌹🌹 माखन और मिश्री खिलाती है।🌹🌹🌹🌹 सखियों का दिल काला, इसीलिए काला हूं ।और काला होकर भी, जग से निराला हूं। जरा इतना…
मैंने काले नाग पर नाच किया।🌹🌹🌹🌹 और काली नाग को नाथ लिया।🌹🌹🌹🌹 नागों का रंग काला इसीलिए काला हूं।🌹 और काला होकर भी, जग से निराला हूं। जरा इतना…
सखियां नैनों में कजरा लगाती है।🌹🌹🌹 और नैनों में मुझ को बिठाती है ।🌹🌹🌹 कजरे का रंग काला, इसीलिए काला हूं ।🌹और काला होकर भी, जग से निराला हूं। जरा इतना..