ओ भगता रा सीरदार श्याम थे आ जाओ जी आ जाओ। मेरी थाम लेवो पतवार, श्याम थे आ जाओ जी आ जाओ।
दीनदयाल दयाल हरी, दिन की बेर क्यों देर करी।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 नाव भंवर में आन पड़ी, सुत्या हो तो जागो हरि।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 यह काली काली रात,नहीं अब मेरे बसकी बात, श्याम थे आ जाओ जी आ जाओ।
संग ना कोई साथी रे, घोर अंधेरी राती रे।🌹 पग पग ठोकर खाती रे, ना कोई दीया बाती रे। मैं भटक रहयो दिन रात, नाथ लो पकड़ो मेरो हाथ ।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹श्याम थे आ जाओ जी आ जाओ।
अंतर्यामी नाम तेरो, तुम ही बता अब कुन मेरो। शरणागत पर मेहर करो, अब थे और ना देर करो।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 म्हारे सर पर रख दो हाथ, नाथ म्हाने राखो थारे साथ, श्याम थे आ जाओ जी आ जाओ।