Categories
शिव भजन लिरिक्सshiv bhajan lyrics

Dhan dhan bholenath sadashiv, धन धन भोलेनाथ सदाशिव,शिव भजन

धन-धन भोलेनाथ सदाशिव, कमी नहीं है खजाने में।

तर्ज,थाली भरकर लयाई खिचडो

धन-धन भोलेनाथ सदाशिव, कमी नहीं है खजाने में। 🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙तीन लोक बस्ती में बसा शिव, आप बसे वीराने में ।आप बसे वीराने में।

जटा जूट सर गंगा शंकरजी, गले में रूण्डन की माला ।🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙माथे चंदा छोटा रे सागर, कृपाले का है प्याला। जिसको देख ले भय व्यापे, गले में नागन की माला ।🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙तीसरे नेत्र में है तुम्हारे, तीन लोक का उजियाला।🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙पीनेको हर वक्त भंग सदाशिव, आक धतूरा खाने में। तीन लोक बस्ती में…..

नाम आपके अनेक शंकर जी, सबसे उत्तम है नंगा ।🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙यही तो आपकी माया शिवजी, जटा बीच में है गंगा।🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙 भूत प्रेत बेताल नाथ जी, यह लश्कर सबसे चंगा।🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙 तीन लोक हरके विधाता, आप बने हो भिखमंगा ।🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙हमें यह समझाओ नाथ जी, क्या मिला अलख जगाने में ।तीन लोक बस्ती में…

Leave a comment