तर्ज,चलत मुसाफिर मोह लिया रे
बंसी बजा के किधर गयो रे मोरे बांके सांवरिया ।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺मुरली बजा के किधर गयो रे मोरे बांके सांवरिया।
जब से सुनी तेरी बैरन मुरलिया।🌺🌺🌺🌺 दिन नहीं चैन नहीं, रात नहीं निंदिया ।🌺🌺जाने क्या जादू कर गयो रे मोरे बांके सांवरिया। बंसी बजा के…
बैरन हो गई रात की निंदिया।🌺🌺🌺🌺 भूल सकू ना श्याम की सुरतिया ।🌺🌺🌺घाव कलेजे में कर गयो रे मोरे बांके सांवरिया। बंसी बजा के…
तेरे मिलने को जियरा तरसे ।🌺🌺🌺🌺नैना मोरे सावन जैसे बरसे।🌺🌺🌺🌺🌺 बरस बरस घर भर गए रे मोरे बांके सांवरिया। बंसी बजा के…
रो रो कहे हैं कान्हा मत तरसाओ।🌺🌺🌺 भोले सांवरिया दरस दिखाओ ।🌺🌺🌺🌺काहे को मोहे विसार दियो रे मोरे बांके सांवरिया ।बंसी बजा के…