कदे आंख फड़के,कदे आव हिचकी,कदे कागलो, हां हां कागलो मुंडेरे ऊपर बोल रहयो। हां हां बोल रहयो, आजा आजा रे सांवरिया मन डोल रहयो।
थारे बिन नहीं बीते,म्हारा दिन सांवरा। रात काटा महे तो तारा गिन गिन सांवरा। म्हारी जिंदगी क्यूं माटी मांही रोल रहयो। आजा आजा रे सांवरिया..
सुनलयो सांवरिया जीवन डोर,थारे हाथ में। बोलो कई कसर नजर आई म्हारी बात में। म्हारी बात ने क्यूं ताखड़ी में, तोल रहयो।आजा आजा रे सांवरिया…
दुनियां की प्रीत तो निभाई बड़े ठाठ से। नरसी के गयो कद मिलयो धन्ना जाट से। सांची प्रीत ने क्यूं,सांवरा टटोल रहयो। आजा आजा रे सांवरिया…
भक्त यो परायो कोनी सांवरिया थे जानल्यो। में तो थारो ही रहूंगा,बात मेरी मानल्यो। झूठ बोलूं कोनी सांची सांची बोल रहयो।आजा आजा रे सांवरिया…