तर्ज,ज्योत से ज्योत जलाते चलो
दीप दयाका जलाना प्रभु।भक्तों को दर्शन देना प्रभु।शरण में आया है भक्त तेरा,भक्ति का मार्ग दिखाना प्रभु।
दिनदयाला हे प्रतिपाला, मां अंजनी का लाला। घोटे वाला बजरंग बाला,नित फेरू तेरी माला।प्रीत की रीत निभाना प्रभु,भक्तों को दर्शन दिखाना प्रभु।दीप दयाका..
क्या है मेरा सबकुछ तेरा,क्या अर्पण कर पाऊं।मेरे अवगुण ही बस मेरे,इनकी भेंट चढ़ाऊं।सारे दोष मिटाना प्रभु,भक्तों को दर्शन दिखाना प्रभु।दीप दयाका…
नाम पुकारा जब जब जिसने,तब तब ही फल पाया।मनकी इच्छा पूर्ण हुई सब,जिसने तुमको ध्याया।दुखियों के कष्ट मिटाना प्रभु,भक्तों को दर्शन दिखाना प्रभु। दीप दयाका…
अज्ञानी हम मुरख प्राणी,कैसे राम रिझाएं।ठौर मिला ना जग में आखिर,द्वार तिहारे आए।मुक्ति की राह,दिखाना प्रभु। भक्तों को दर्शन दिखाना प्रभु।दीप दया का…
देनेवाला तुम सा दानी,फिर क्यूं कम में मांगू।इतना दे दो में रखकर भी,औरों को भी बांटू। दोनों हाथ लुटाना प्रभु, भक्तों को दर्शन दिखाना प्रभु।दीप दया का….