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रानीसती दादी भजन लीरिक्स

Jagdambe the to akar odho yeजगदम्बे थे तो आकर ओढ़ो ये सेवक ल्याया मां थारी चूंदड़ी, रानीसती दादी भजन लिरिक्स

जगदम्बे थे तो आकर ओढ़ो ये थारा सेवक ल्याया मां थारी चूंदड़ी

तर्ज,बाई सा रा बीरा जयपुर जाज्यो जी

जगदम्बे थे तो आकर ओढ़ो ये सेवक ल्याया मां थारी चूंदड़ी।

सुहागन मिल चाव से बांधी ये,श्रद्धा के रंग में रंगाई चुंदड़ी।🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻 सुरता रो झीनो पोत बनायो ये,मनडा की पेटी में या आई चुंदड़ी।जगदम्बे थे….

आशा का तारा खूब लगाया ये,मोती की लुमा लगाई चुंदड़ी।🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻 मां सांचा तारा सांचों ही गोटो ये,म्हाने प्यारी लागे मां,तारा री चुंदड़ी🌻🌻🌻🌻🌻🌻

चुंदड़ी का तारा चम चम चमके ये,म्हारो मनडो हर लिन्हों,तारा री चुंदड़ी।🌻🌻🌻🌻🌻बनवारी गावे चुंदड़ ऊढाए ये,थे आकर ओढ़ो मां,तारा री चुंदड़ी।

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