अमृत है बाबा का नाम पी जा रस घोल घोलके। तूं पी जा………….
अमृत पी गई मीरा बाई। हो गई श्याम से प्रेम सगाई। वो तो नाची बीच बाजार,श्याम श्याम बोल बोल के।अमृत है बाबा को नाम।।१
पीकर राम नाम का प्याला। नाचे हरदम बजरंग बाला। वो तो दिखलाए श्री राम सीना अपना खोल खोल के।अमृत है बाबा को नाम।।२
इसका नाम बड़ा ही सस्ता। दिखलाए तुम को भवसागर का रस्ता। हो जा भवसागर से पार श्याम श्याम बोल बोल के।अमृत है बाबा का नाम।।३