सुरता आज पूनम की रात, चाली सत्संगत में। म्हारा सतगुरु पकड़ी बॉय ,भिगोए दी गहरा रंग में।।म्हारा सतगुरु पकड़ी बॉय ,भिगोए दी गहरा रंग में।। सुरता दिखे रूप स्वरूप ,कुंवारी क्यों रे रही।सुरता दिखे रूप स्वरूप ,कुंवारी क्यों रे रही। म्हारा सतगुरु मिलिया ना, इतना दिन यूं ही रही।सुरता आज पूनम की रात, चाली सत्संगत […]