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विविध भजन

Nanak teri khed hai sari by hansraj raghuvanshi,नानक तेरी खेड है सारी,

नानक तेरी खेड है सारी,ओना जाना बारी बारी। लक्खा बिछो बकरा दिस दे, चढ़ जा जिसनो नाम खूमारी। धरती आकाश पाताल है नानक। बाज साज ते ताल है नानक। वाणी है तेरी ऊंची सूची। लखा दी जिस जून सुधारी।नानक तेरी खेड है सारी,ओना जाना बारी बारी। लक्खा बिछो बकरा दिस दे, चढ़ जा जिसनो नाम […]