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विविध भजन

Maasi ma ki chhaya by vicky d parekh,मासी माँ की छाया माँ का वो दर्पण

मासी माँ की छाया, माँ का वो दर्पण।मासी माँ की छाया, माँ का वो दर्पण।गोद में उनके गुज़रा, मेरा सारा सारा बचपन।गोद में उनके गुज़रा, मेरा सारा सारा बचपन।दूर रहकर भी उन्हें, रहती मेरी फ़िक्रमेरी हर उदासी की, रखती है वो खबरदिल में यू छलके है, ममता का सागरमासी में झलके है, माँ के दो […]