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गुरु भजन लिरिक्स guru bhajan lyrics

Darwar me satguru ke kya bhagya Paya hai,दरबार में सतगुरु के क्या भाग्य पाया है,guru bhajan

दरबार में सतगुरु के क्या भाग्य पाया है। देखे नहीं गुण अवगुण हमें अपना बनाया है।