बंदे रट ईश्वर की माला, क्यों नर जुलम करे खाली।बंदे रट ईश्वर की माला, क्यों नर जुलम करे खाली।क्यों नर जुलम करे खाली।क्यों नर जुलम करे खाली।बंदे रट ईश्वर की माला, क्यों नर जुलम करे खाली। बंदे किस गफलत में सोता, क्यों नर भार विपत का ढोता।बंदे किस गफलत में सोता, क्यों नर भार विपत […]