तर्ज,धमाल बाबा श्याम के दरबार, फागुन मेले की बहार, बाबा श्याम के।बाबा श्याम के दरबार, फागुन मेले की बहार, बाबा श्याम के। जो भी आए मेले माही, रिमझिम पड़े फुहार, बाबा श्याम के।बाबा श्याम के दरबार, फागुन मेले की बहार, बाबा श्याम के। भांत भांत का इत्र चढ़त है, महक रहयो दरबार तेरो।भांत भांत का […]