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राम भजन लिरिक्स विविध भजन

tan tar na sakega murkh prani ram ke bina,तन तर ना सकेगा, मूर्ख प्राणी राम के बिना,

तन तर ना सकेगा, मूर्ख प्राणी राम के बिना।तन तर ना सकेगा, मूर्ख प्राणी राम के बिना। सुख पा ना सकेगा जीवन भर, सुखधाम के बिना।सुख पा ना सकेगा जीवन भर, सुखधाम के बिना।सुख पा ना सकेगा जीवन भर, सुखधाम के बिना।तन तर ना सकेगा, मूर्ख प्राणी राम के बिना। बिन पानी के नव चले […]