बनवारी रे
जीने का सहारा तेरा नाम रे
नंद बाबाजी को छैया वाको नाम है कन्हैया .
करके प्रीत पछताई रे बेदर्दी सांवरिया से,दरदी पिया से बेदर्दी पिया से…. बरसो की कहे अब ही ना आए,मेरे दिल को बहुत दुखाए,काहे रूठा है मेरा कनाही रे बेदर्दी सांवरिया से….. लिख लिख बात मेंने बहुत बनाईबेदर्दी को शरम ना आईऔर कुब्जा से प्रीत लगाई रे बेदर्दी सांवरिया से….. अपनी थान जाने एक ना मानी,बेदर्दी […]
जबसे तेरी लगन लगी दिल हुआ दीवाना है
तेरे चरणों में मैं रूल जावां, बृज रज़ में मैं मिल जावां,
इतनीं सी है दिल की आरजू,
मेरे सद्गुरुजी को लाख बार वंदना….
दरबार में आकर बाबा को,
तू अपना हाल सुनाएं जा,
बृजवासी कान्हा थारी तो बंसी सब जग मोहनी
मेरा मन कैलाश करो,
भोले शंकर क्रिपा करो,
चांद जैसा मुखड़ा मां का बैठी है दरबार में,
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